
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना (PMAGY) भारत सरकार की एक प्रमुख सामाजिक कल्याण योजना है, जिसकी शुरुआत वर्ष 2009–10 में की गई थी। इस योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति बहुल गांवों का चयन किया जाता है और उन्हें आधुनिक सुविधाओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, पेयजल, स्वच्छता और बिजली से जोड़ा जाता है।
सरकार का उद्देश्य केवल आधारभूत ढांचा खड़ा करना ही नहीं बल्कि गांवों को सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टि से आदर्श बनाना भी है। इस योजना से जुड़े सभी अपडेट, गांवों की सूची और आवेदन प्रक्रिया जैसी जानकारी आपको Nextyojana.com पर भी मिल जाएगी।
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Toggleसांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत कब हुई?
Adarsh Gram Yojana योजना की शुरुआत 2009–10 में तत्कालीन केंद्र सरकार द्वारा की गई थी। शुरुआत में इसे 1000 गांवों में लागू किया गया, जहां अनुसूचित जातियों की आबादी 50% या उससे अधिक थी। बाद में इसके दायरे को बढ़ाकर और अधिक गांवों को शामिल किया गया।
Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana के क्या उद्देश्य थे?
इस योजना के कुछ प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:
- अनुसूचित जाति बहुल गांवों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ना।
- शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसर बढ़ाना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक समानता और आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
- स्वच्छता, डिजिटल इंडिया और महिला सशक्तिकरण जैसे राष्ट्रीय अभियानों से जुड़ाव।
- ऐसा मॉडल तैयार करना जिसे अन्य गांवों में भी लागू किया जा सके।
Benefits Of Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana
- शिक्षा में सुधार: गांवों में स्कूलों और शैक्षणिक सुविधाओं की उपलब्धता।
- स्वास्थ्य सेवाएं: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि।
- सड़क और बिजली: गांवों को बेहतर कनेक्टिविटी और बिजली आपूर्ति।
- रोजगार सृजन: स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा।
- सामाजिक विकास: जातीय भेदभाव को खत्म कर सामाजिक समरसता का निर्माण।
आर्थिक उत्थान: स्वरोजगार योजनाओं और सरकारी सहायता से ग्रामीण परिवारों की आय में वृद्धि।
Difference Between PM ADI Adarsh Gram Yojana And PM Adarsh Gram Yojana
PM Adi Adarsh Gram Yojana और Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana (PMAGY) दोनों एक-दूसरे से जुड़ी हुई योजनाएँ हैं लेकिन पूरी तरह एक जैसी नहीं हैं।
- Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana (PMAGY): इसकी शुरुआत 2009–10 में हुई थी, और यह अनुसूचित जाति (SC) बहुल गांवों के समग्र विकास के लिए लाई गई थी।
- PM Adi Adarsh Gram Yojana: यह PMAGY का अपडेटेड/विस्तारित रूप है, जिसे 2021-22 में लागू किया गया, और इसमें SC ही नहीं बल्कि अनुसूचित जनजाति (ST) तथा अन्य वंचित वर्गों को भी शामिल किया गया।
बिंदु | Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana (PMAGY) | PM Adi Adarsh Gram Yojana |
शुरुआत का वर्ष | 2009–10 | 2021–22 |
लॉन्च करने वाला मंत्रालय | सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (Ministry of Social Justice & Empowerment) | सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (लेकिन विस्तारित स्वरूप) |
लक्षित समूह | अनुसूचित जाति (SC) बहुल गांव | अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य वंचित वर्ग |
उद्देश्य | SC बहुल गांवों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी जैसी सुविधाओं से जोड़ना | SC/ST एवं वंचित वर्ग के गांवों का समग्र विकास + डिजिटल शिक्षा, स्वरोजगार, स्किल डेवलपमेंट, महिला-युवा सशक्तिकरण |
शुरुआत में कितने गांव शामिल हुए | 1000 गांव (SC बहुल) | चरणबद्ध तरीके से और अधिक गांवों को शामिल किया गया |
मुख्य फोकस | बुनियादी ढांचे (Infrastructure) और सामाजिक समानता | आधुनिक विकास, डिजिटल इंडिया, स्वरोजगार और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण |
UPSC महत्व | ग्रामीण विकास और सामाजिक न्याय से जुड़े प्रश्न | नयी योजना होने के कारण समसामयिक (current affairs) सेक्शन में पूछा जाता है |
Sansad Adarsh Gram Yojana (SAGY) क्या है?
- शुरुआत: 11 अक्टूबर 2014 को, महात्मा गांधी की 145वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च की गई।
- उद्देश्य: हर सांसद अपने क्षेत्र से कम से कम एक गांव चुनकर उसका समग्र विकास करे और उसे आदर्श ग्राम बनाए।
- लक्षित गांव: प्रत्येक सांसद 2019 तक 3 गांव चुन सकता था (1 हर साल), और आगे 2024 तक और 5 गांव।
- विशेषता: इसमें सरकारी फंडिंग अलग से नहीं दी जाती, बल्कि सांसद अन्य योजनाओं और CSR फंड्स का उपयोग करके गांव का विकास कराते हैं।
- फोकस क्षेत्र: शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सड़क, डिजिटल कनेक्टिविटी, महिला-युवा सशक्तिकरण।
PMAGY vs PM Adi Adarsh Gram Yojana vs Sansad Adarsh Gram Yojana
योजना का नाम | शुरू होने का साल | फोकस समूह/लाभार्थी | क्रियान्वयन |
Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana (PMAGY) | 2009–10 | अनुसूचित जाति (SC) बहुल गांव | केंद्र सरकार (Ministry of Social Justice & Empowerment) |
PM Adi Adarsh Gram Yojana | 2021–22 | SC, ST और अन्य वंचित वर्ग | केंद्र सरकार (विस्तारित योजना) |
Sansad Adarsh Gram Yojana (SAGY) | 2014 | सभी गांव (MP द्वारा चुने गए) | सांसद अपनी जिम्मेदारी पर, बिना अलग फंडिंग, अन्य योजनाओं/CSR से विकास |
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना भारत सरकार की एक दूरदर्शी पहल है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर, आधुनिक और सामाजिक रूप से समरस बनाना है। इस योजना ने अनुसूचित जाति और वंचित वर्ग के गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और रोजगार जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराकर सामाजिक समानता की दिशा में एक मजबूत कदम बढ़ाया है। आगे आने वाले समय में जब अधिक गांव इसमें जुड़ेंगे, तो यह योजना ग्रामीण विकास की रीढ़ साबित होगी।
FAQs:
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना क्या है?
प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना 2009–10 में शुरू की गई एक सामाजिक कल्याण योजना है, जिसका उद्देश्य अनुसूचित जाति बहुल गांवों को आधुनिक सुविधाओं से जोड़कर उन्हें आदर्श ग्राम बनाना है।
सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत कब हुई?
सांसद आदर्श ग्राम योजना की शुरुआत 11 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इसमें हर सांसद को अपने क्षेत्र से एक गांव चुनकर उसका विकास करना होता है।
Pradhan Mantri Adarsh Gram Yojana UPSC के लिए क्यों जरूरी है?
यह योजना UPSC परीक्षा के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय और सरकारी कल्याण योजनाओं जैसे टॉपिक शामिल हैं। अक्सर UPSC mains और prelims दोनों में इस योजना से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं।
सांसद आदर्श ग्राम योजना PDF कहाँ मिलेगी?
सांसद आदर्श ग्राम योजना और प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना दोनों की आधिकारिक PDF डॉक्यूमेंट्स भारत सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। इन्हें तैयारी के लिए डाउनलोड किया जा सकता है।
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