
भारत के ग्रामीण इलाकों का विकास काफी हद तक सड़क कनेक्टिविटी पर निर्भर करता है। इसी उद्देश्य से केंद्र सरकार ने Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana (PMGSY) की शुरुआत की। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को पक्की और हर मौसम में चलने योग्य (All Weather) सड़कों से जोड़ना है, ताकि वहाँ के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, और बाज़ार जैसी बुनियादी सुविधाओं तक आसानी से पहुँच मिल सके।
PM gram sadak yojana विशेष रूप से दूरदराज़ और पिछड़े गाँवों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए बनाई गई है। इससे न केवल गाँवों में आर्थिक विकास को गति मिलती है, बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। योजना के अंतर्गत केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम करती हैं, और आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर सड़क निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है। यह योजना ग्रामीण भारत को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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TogglePradhanmantri Gramin Sadak Pariyojna Kya Hai?
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana (PMGSY) एक राष्ट्रीय योजना है, जिसकी शुरुआत ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण के लिए की गई। इसे साल 2000 में शुरू किया गया था। इस योजना के अंतर्गत छोटे-छोटे गाँव और कस्बों को पक्की सड़कों से जोड़ा जाता है ताकि शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार और रोजगार तक लोगों की पहुँच आसान हो सके। अगर आप प्रधानमंत्री से जुड़ी योजनाओं के बारे में जानना चाहते हैं, तो हमारी वेबसाइट Nextyojana.com पर जाकर पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत किसने की और कब हुई?
Pradhan Mantri Sadak Yojana का शुभारंभ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था और आज भी यह ग्रामीण विकास के सबसे बड़े प्रोजेक्ट्स में से एक है।
योजना का नाम | Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana |
शुरुआत वर्ष | 25 दिसम्बर 2000 |
शुरू करने वाले | तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी |
देखरेख मंत्रालय | ग्रामीण विकास मंत्रालय (Ministry of Rural Development) |
मुख्य उद्देश्य | ग्रामीण क्षेत्रों को पक्की सड़कों से जोड़ना |
- PMGYS Full Form: Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana
- Pradhan mantri gram sadak yojana upsc परीक्षाओं में यह विषय ग्रामीण विकास योजनाएँ, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, और सरकारी नीतियाँ सेक्शन में पूछा जाता है।
- स्टूडेंट्स के लिए यह जानना जरूरी है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क परियोजना क्या है, इसका बजट पैटर्न और कार्यप्रणाली क्या है।
प्रधानमंत्री सड़क योजना के उद्देश्य
भारत की बड़ी आबादी आज भी ग्रामीण इलाकों में निवास करती है। इन क्षेत्रों का समग्र विकास तब तक संभव नहीं जब तक उन्हें बेहतर आधारभूत संरचना, खासकर सड़क कनेक्टिविटी, उपलब्ध न हो। इसी जरूरत को समझते हुए केंद्र सरकार ने Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana की शुरुआत की, जिसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हर मौसम में उपयोग की जा सकने वाली पक्की सड़कों से जोड़ना है। इस योजना के तहत सरकार कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों को प्राप्त करने का प्रयास कर रही है:
- सर्व-ऋतु सड़क कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना
गाँवों को ऐसी सड़कों से जोड़ना जो साल भर किसी भी मौसम में उपयोग की जा सकें, ताकि आवागमन में कोई बाधा न हो। - आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देना
अच्छी सड़कों से किसानों, व्यापारियों और स्थानीय कारीगरों को बाज़ार तक पहुँचने में आसानी होती है, जिससे आर्थिक विकास होता है। - स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं तक पहुँच आसान बनाना
सड़कों के माध्यम से ग्रामीण इलाकों के लोग अस्पतालों और स्कूलों तक जल्दी पहुँच सकते हैं, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार होता है। - रोजगार और व्यापार के नए अवसर पैदा करना
निर्माण कार्यों से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है और अच्छी कनेक्टिविटी से छोटे व्यवसायों को भी बढ़ावा मिलता है। - ग्रामीण-शहरी दूरी कम करना
सड़कों के माध्यम से गाँवों और शहरों के बीच की भौगोलिक और सामाजिक दूरी घटती है, जिससे ग्रामीण लोग मुख्यधारा में शामिल हो पाते हैं।
इस प्रकार, pradhanmantri gramin sadak yojana ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
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प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की मुख्य विशेषताएँ
पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत गाँवों को पक्की सड़कों से जोड़ा जाता है। ग्रामीण सड़क निर्माण का मुख्य लक्ष्य यह है कि 500 से अधिक जनसंख्या वाले गाँव और कठिन क्षेत्रों में 250 से अधिक जनसंख्या वाले गाँवों तक सड़क सुविधा उपलब्ध हो।
- अब लाभार्थी road status ऑनलाइन देख सकते हैं। मंत्रालय ने इसके लिए पोर्टल pmgsy.nic.in और ऐप उपलब्ध कराए हैं, जहाँ से परियोजनाओं की प्रगति देखी जा सकती है।
- सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है, जहाँ से आवेदन, रोड मैप और रिपोर्ट चेक की जा सकती है।
- ग्रामीण नागरिक योजना से जुड़ी शिकायतों के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
Funding Pattern (वित्तीय संरचना)
सरकारी योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच वित्तीय भागीदारी का एक निर्धारित ढांचा होता है, जिसे Funding Pattern (वित्तीय संरचना) कहा जाता है। यह ढांचा यह तय करता है कि किसी योजना के लिए कुल लागत का कितना प्रतिशत केंद्र सरकार देगी और कितना प्रतिशत राज्य सरकार को वहन करना होगा। यह वित्तीय संरचना विभिन्न भौगोलिक और प्रशासनिक क्षेत्रों के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।
भारत में योजनाओं को लागू करते समय यह देखा जाता है कि किसी राज्य की आर्थिक और भौगोलिक स्थिति कैसी है। सामान्य राज्यों, उत्तर-पूर्वी और पर्वतीय राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के लिए अलग-अलग वित्तीय हिस्सेदारी तय की गई है। यह असमानता इसलिए रखी गई है ताकि पिछड़े और दुर्गम क्षेत्रों को विशेष सहायता मिल सके।
वित्तीय संरचना का सारांश:
क्षेत्र | फंडिंग पैटर्न |
सामान्य राज्य | केंद्र 60% + राज्य 40% |
उत्तर-पूर्व और पहाड़ी राज्य | केंद्र 90% + राज्य 10% |
केंद्र शासित प्रदेश | 100% केंद्र सरकार |
Note:
- सामान्य राज्य वे राज्य होते हैं जिनकी आर्थिक स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर मानी जाती है।
- उत्तर-पूर्व और पहाड़ी राज्य में विकास की गति धीमी होने, भौगोलिक दुर्गमता और संसाधनों की कमी को देखते हुए केंद्र सरकार अधिक आर्थिक भार उठाती है।
- केंद्र शासित प्रदेश सीधे केंद्र सरकार के अधीन होते हैं, इसलिए वहाँ 100% फंडिंग केंद्र द्वारा की जाती है।
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana के लाभ और उनका महत्व
ग्रामीण-शहरी दूरी को घटाना
विकास योजनाओं के माध्यम से गांवों में बेहतर सड़कों, परिवहन, संचार और आधारभूत ढांचे की सुविधा प्रदान की जाती है। इससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच भौतिक और सामाजिक दूरी कम होती है। परिणामस्वरूप, ग्रामीण नागरिकों को शहरी सुविधाओं का लाभ आसानी से मिल पाता है।
किसानों को बाजार तक पहुँच
कृषि संबंधी योजनाएं जैसे कृषि सड़कें, कोल्ड स्टोरेज, एग्री-मार्केट हब आदि किसानों को उनके उत्पाद सीधे बाजार तक पहुंचाने में मदद करते हैं। इससे बिचौलियों की भूमिका घटती है और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल पाता है।
बच्चों की शिक्षा तक आसान पहुँच
शिक्षा योजनाओं और स्कूलों तक पहुँच को आसान बनाने वाली परियोजनाओं जैसे कि ग्रामीण परिवहन, विद्यालयों का निर्माण, छात्रवृत्तियाँ आदि से बच्चों विशेषकर लड़कियों को शिक्षा के अवसर बेहतर ढंग से उपलब्ध होते हैं। इससे शैक्षिक असमानता में कमी आती है।
स्वास्थ्य सुविधाओं तक तेजी से पहुँच
स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना, एम्बुलेंस सेवाएं, स्वास्थ्य बीमा योजनाएं आदि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को मजबूत बनाती हैं। इससे रोगों का समय पर उपचार संभव हो पाता है और मृत्यु दर में कमी आती है।
रोजगार और छोटे उद्योगों को बढ़ावा
सरकारी योजनाएं जैसे मुद्रा योजना, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया आदि से छोटे व्यवसायों और उद्यमियों को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण मिलता है। इससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिलता है और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित होते हैं।
Challenges & Solutions Of Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह हर तरह के इलाकों में लागू की जा रही है। लेकिन इसके सामने कई चुनौतियाँ भी आती हैं:
भौगोलिक चुनौतियाँ
- पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में सड़क बनाना आसान नहीं होता। बारिश और भूस्खलन जैसी समस्याएँ सड़क की durability पर असर डालती हैं
- समाधान: सरकार ने नई तकनीकों जैसे Geo-Textile roads, plastic waste से बनी सड़कें और precast blocks का उपयोग शुरू किया है।
फंडिंग की समस्या
- कई राज्यों में समय पर फंड की कमी के कारण प्रोजेक्ट रुक जाते हैं।
- समाधान: केंद्र और राज्य सरकारों के बीच cost-sharing मॉडल अपनाया गया है और World Bank जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से भी सहयोग लिया जा रहा है।
गुणवत्ता नियंत्रण
- कुछ जगहों पर सड़क निर्माण की गुणवत्ता खराब पाई गई है।
समाधान: इसके लिए थर्ड-पार्टी ऑडिट, ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम और ग्रामीण समुदाय की भागीदारी को शामिल किया गया है।
राज्यवार प्रगति और उपलब्धियां
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana पूरे देश में लागू की गई है। इसका असर अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रहा है।
- उत्तर प्रदेश: देश में सबसे ज्यादा सड़कें यहाँ बनीं। छोटे गाँवों से लेकर बड़े कस्बों तक connectivity में बड़ा बदलाव आया।
- बिहार: पिछड़े इलाकों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सड़क निर्माण से ग्रामीणों को शिक्षा और स्वास्थ्य तक पहुँच आसान हुई।
- मध्य प्रदेश: आदिवासी क्षेत्रों और जंगलों में सड़कें बनने से आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ीं।
- राजस्थान: रेगिस्तानी इलाकों में भी अब गाँव सड़क से जुड़ चुके हैं।
- झारखंड: खनन और आदिवासी इलाकों में विकास का नया रास्ता खुला।
राज्य | अब तक बनी सड़क (किमी) | जुड़े गाँव |
उत्तर प्रदेश | 1,45,000+ | 52,000+ |
बिहार | 1,10,000+ | 40,000+ |
मध्य प्रदेश | 1,20,000+ | 44,000+ |
राजस्थान | 95,000+ | 35,000+ |
झारखंड | 60,000+ | 22,000+ |
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प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना Helpline और Complaint
सरकार ने इस योजना को पारदर्शी और accountable बनाने के लिए Helpline और Complaint Mechanism शुरू किया है।
- ग्रामीण नागरिक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शिकायत नंबर पर कॉल करके अपनी समस्या दर्ज कर सकते हैं।
- कई राज्यों ने अपने-अपने State-level grievance cells भी बनाए हैं।
- इसके अलावा, योजना से संबंधित शिकायतें अब ऑनलाइन पोर्टल और मोबाइल ऐप्स के ज़रिए भी दर्ज की जा सकती हैं।
इससे सुनिश्चित होता है कि सड़क निर्माण की गुणवत्ता बनी रहे और भ्रष्टाचार या लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई हो।
Note: Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana PDF और Logo
- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना PDF ग्रामीण विकास मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड की जा सकती है। इसमें pmgsy scheme details की गाइडलाइन, नीतियाँ और बजट डिटेल्स शामिल हैं।
- Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana Logo एक सड़क और विकास का प्रतीक है, जो ग्रामीण कनेक्टिविटी को दर्शाता है।
Recent Updates OF PM Gramodaya Yojana
हाल के वर्षों में सरकार ने Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana को और प्रभावी बनाने के लिए कई सुधार किए हैं:
- Phase-II और Phase-III
- अब केवल नई सड़कें बनाने पर ही नहीं, बल्कि पुरानी सड़कों के maintenance और अपग्रेडेशन पर भी जोर दिया जा रहा है।
- PM Gramodaya Yojana से जुड़ाव
- सड़क के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में पानी, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएँ पहुँचाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
- Digital Monitoring
- अब सभी प्रोजेक्ट्स की स्थिति road status online पोर्टल पर देखी जा सकती है।
- GIS mapping और Mobile App से वास्तविक समय (real-time) पर निगरानी हो रही है।
निष्कर्ष
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana ग्रामीण भारत के लिए परिवर्तनकारी योजना साबित हुई है। इसने गाँवों को न केवल पक्की सड़कों से जोड़ा है, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और व्यापार तक पहुँच आसान कर दी है। आज ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है, क्योंकि बेहतर सड़कें विकास की सबसे पहली सीढ़ी होती हैं। इस योजना से किसानों को अपने उत्पादों को बाजार तक ले जाने में सुविधा मिली है, बच्चों को स्कूल तक पहुँच आसान हुई है और स्वास्थ्य सेवाएँ भी ग्रामीणों की दहलीज तक पहुँच पाई हैं।
भविष्य में सरकार का लक्ष्य है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत हर गाँव को सर्व-ऋतु सड़क कनेक्टिविटी मिले। यह केवल एक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि ग्रामीण भारत को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का एक ऐतिहासिक कदम है, जो भारत की प्रगति को नई दिशा देगा।
FAQs:
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना कब शुरू हुई?
यह योजना 25 दिसम्बर 2000 को शुरू की गई थी।
PMGSY full form क्या है?
Pradhan Mantri Gram Sadak Yojana।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत किसने की?
पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना हेल्पलाइन नंबर क्या है?
नागरिक 1800-233-7999 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना UPSC के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
क्योंकि यह भारत सरकार की प्रमुख ग्रामीण विकास योजना है और इससे जुड़ी जानकारी परीक्षा में पूछी जाती है।
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